पत्रकारो का विभिन्न राजनैतिक व सामाजिक संगठनो ने दिया साथ
कानपुर नगर(विशु रक्सेल)बीते दिनों कानपुर में हुए एक सनसनीखेज घटना में पत्रकार ही हत्या कर दी गयी थी। घटना के पांच दिन बीतने पर भी पुलिस अभी भी हत्यारो तक नही पहुंच पाई है तो वहीं पत्रकार की हत्या से कानपुर के सभी पत्रकार आक्रोशित है। इस जघन्य हत्याकाण्ड का विरोध पत्रकारो के साथ राजनैतिक व गैर राजनैतिक संगठनो ने भी किया है और लगातार इसके विरोध में धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। अभी तक अपराधियों को न पकडने पर आक्रोशित पत्रकारो तथा अन्य संगठनो के लोगों द्वारा ग्रीनपार्क चौराहे पर एकत्र होकर एक विशाल पैदल जुलूस निकाला गया जो एडीजे कार्यालय पर पहुंचा तथा वहां अपराधियों को पकडने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। वहीं इस हत्याकाण्ड की आंच लखनऊ तक जा पहुंची है और मुख्यमंत्री द्वारा इस हत्याकाण की जांच कराने के आदेश भी दिये गये है। ग्रीन पार्क चैराहे पर बडी संख्या में पत्रकार और छायाकार एकत्र हुए और वहां से पैदल जुलूस निकाला। पत्रकार की हत्या पर अन्य संगठनो द्वारा भी कडी निंदा की गयी और सहयोग दिया गया। एडीजी कार्यालय पर प्रदर्शन के दौरान कहा गया कि यदि जल्द अपराधियों की पकड नही होती है तो आन्दोलन और भी उग्र होगा। इसी बीच कार्यालय पहुंच एडीजी का पत्रकारो ने घेराव किया तथा हत्या के आरोपियों को तत्काल पकडने की बात कही।
कानपुर नगर(विशु रक्सेल)बीते दिनों कानपुर में हुए एक सनसनीखेज घटना में पत्रकार ही हत्या कर दी गयी थी। घटना के पांच दिन बीतने पर भी पुलिस अभी भी हत्यारो तक नही पहुंच पाई है तो वहीं पत्रकार की हत्या से कानपुर के सभी पत्रकार आक्रोशित है। इस जघन्य हत्याकाण्ड का विरोध पत्रकारो के साथ राजनैतिक व गैर राजनैतिक संगठनो ने भी किया है और लगातार इसके विरोध में धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। अभी तक अपराधियों को न पकडने पर आक्रोशित पत्रकारो तथा अन्य संगठनो के लोगों द्वारा ग्रीनपार्क चौराहे पर एकत्र होकर एक विशाल पैदल जुलूस निकाला गया जो एडीजे कार्यालय पर पहुंचा तथा वहां अपराधियों को पकडने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। वहीं इस हत्याकाण्ड की आंच लखनऊ तक जा पहुंची है और मुख्यमंत्री द्वारा इस हत्याकाण की जांच कराने के आदेश भी दिये गये है। ग्रीन पार्क चैराहे पर बडी संख्या में पत्रकार और छायाकार एकत्र हुए और वहां से पैदल जुलूस निकाला। पत्रकार की हत्या पर अन्य संगठनो द्वारा भी कडी निंदा की गयी और सहयोग दिया गया। एडीजी कार्यालय पर प्रदर्शन के दौरान कहा गया कि यदि जल्द अपराधियों की पकड नही होती है तो आन्दोलन और भी उग्र होगा। इसी बीच कार्यालय पहुंच एडीजी का पत्रकारो ने घेराव किया तथा हत्या के आरोपियों को तत्काल पकडने की बात कही।
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