मदरसो को दहशतगर्द का अडडा बताने पर तुल शरारती लोग
कानपुर नगर(सुजीत यादव) गणतंत्र दिवस के अवसर पर आल इंडिया गरीब नवाज कौन्सिल के तत्वाधान में एक जलसे का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि मौ0 हाशिम अशरफी मुल्क की आजादी और भारतीय संविधान पर चर्चा करते हुए कहा कि यह दुख का विषय है कि आज देशवासी भारतीय संविधान का पूर्णतः पालन नही कर रहा है, जबकि एक मुल्क का विकास तब ही सम्भव होगा जब देश का नागरिक उसके संविधानों का आदर व अनुपालन करने वाला हो।मौलाना ने कहा कि देश की आजादी में देश वासियों के बिना किसी जातीय और धार्मिक भेदभाव के कांधे से कंधा मिलाकर देश को आजाद कराने में कुर्बानियां दी। लेकिन आज कुर्बानी देने वाले आम मुसलामान और उनके उल्मा-ए-अहलेसुन्नत के साथ इनफ नही किया। उन्हे उनका इतिहास के पन्नों पर उचित स्थान नही मिल सका है। जबकि देश क शहीदों में अब्दुल अजीज माहददिस देहलवी, अल्लामा फजले हक खौराबादी, मौ0 अब्दुल जलील, मौ0 फैज अहमद, मौ0 कासिम दानापुरी आदि थे। कहा जिस मदसरो ने देश की आजादी में प्रतिभाग किया आज उसी मदरसा को कुछ शरारती तत्व दहशतगर्द का अडडा बताकर जनता को गुमराह कर रहे है। कहा मदरसा आतंकवाद के खिलाफ आजाज बुलन्द करता है और अमन व शान्ति का पाठ पढाता है। कहा मुल्क की आजादी में शहीद होने वाले उलमा को श्रद्धांजलि पेश करते हुए बुलन्दिये दरजात के लिए दुआ करते है। जलसे का संचालन हाफिज अब्दुर्रहीम बहराईची ने किया व अघ्यक्षता मौ0 मो0 महताब आलम कादरी ने की। इस अवसर पर मौ0 नजमुददीन कादरी, कारी कासिम हबीबी, मौ0 मीकाईल जियायी, मौ0 गुलाम मुर्तुजा, कारी इकबाल बेग, कारी कलीम नूरी, मो0 कादरी आदि मौजूद रहे।
कानपुर नगर(सुजीत यादव) गणतंत्र दिवस के अवसर पर आल इंडिया गरीब नवाज कौन्सिल के तत्वाधान में एक जलसे का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि मौ0 हाशिम अशरफी मुल्क की आजादी और भारतीय संविधान पर चर्चा करते हुए कहा कि यह दुख का विषय है कि आज देशवासी भारतीय संविधान का पूर्णतः पालन नही कर रहा है, जबकि एक मुल्क का विकास तब ही सम्भव होगा जब देश का नागरिक उसके संविधानों का आदर व अनुपालन करने वाला हो।मौलाना ने कहा कि देश की आजादी में देश वासियों के बिना किसी जातीय और धार्मिक भेदभाव के कांधे से कंधा मिलाकर देश को आजाद कराने में कुर्बानियां दी। लेकिन आज कुर्बानी देने वाले आम मुसलामान और उनके उल्मा-ए-अहलेसुन्नत के साथ इनफ नही किया। उन्हे उनका इतिहास के पन्नों पर उचित स्थान नही मिल सका है। जबकि देश क शहीदों में अब्दुल अजीज माहददिस देहलवी, अल्लामा फजले हक खौराबादी, मौ0 अब्दुल जलील, मौ0 फैज अहमद, मौ0 कासिम दानापुरी आदि थे। कहा जिस मदसरो ने देश की आजादी में प्रतिभाग किया आज उसी मदरसा को कुछ शरारती तत्व दहशतगर्द का अडडा बताकर जनता को गुमराह कर रहे है। कहा मदरसा आतंकवाद के खिलाफ आजाज बुलन्द करता है और अमन व शान्ति का पाठ पढाता है। कहा मुल्क की आजादी में शहीद होने वाले उलमा को श्रद्धांजलि पेश करते हुए बुलन्दिये दरजात के लिए दुआ करते है। जलसे का संचालन हाफिज अब्दुर्रहीम बहराईची ने किया व अघ्यक्षता मौ0 मो0 महताब आलम कादरी ने की। इस अवसर पर मौ0 नजमुददीन कादरी, कारी कासिम हबीबी, मौ0 मीकाईल जियायी, मौ0 गुलाम मुर्तुजा, कारी इकबाल बेग, कारी कलीम नूरी, मो0 कादरी आदि मौजूद रहे।
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