झारखंड - संघ समागम" में हिस्सा लेने झारखंड की राजधानी राँची पहुंचे RSS प्रमुख मोहन भागवत ने हजारों स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि, "टिकट लेने की आस में शाखा में न आएं, यहाँ किसी भी प्रकार का लोभ लालच सिद्ध नहीं होगा। पद का लालच लेकर संघ से जुड़ने वालों के लिए संघ में कोई जगह नहीं है। संघ में आना है तो कुछ लेने के लिए मत आइये, बल्कि देने के लिए आइये।"
राँची में रामदयाल मुंडा फुटबॉल स्टेडियम में "संघ समागम" में हिस्सा लेने आये हजारों स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए RSS प्रमुुुख मोहन भागवत ने कहा कि, "हमें राष्ट्रवाद शब्द से बचना चाहिए क्योंकि इसका अर्थ हिटलर और नाजी से निकाला जा सकता है। उन्होंने "राष्ट्र और राष्ट्रीय" जैसे शब्दों को प्रमुखता से इस्तेमाल करने की बात कही। उन्होंने आगे कहा कि हिंन्दू भारत के सभी धर्मों की अगुवाई करता है जो सभी को एकसूत्र में जोड़ता है।"
आरएसएस प्रमुख ने कहा कि दुनियाँ के सामने जो बड़ी समस्याएं हैं उससे भारत ही निपट सकता है। संघ देश में विस्तार के साथ साथ हिंदुत्व के एजेंडे पर आगे बढ़ता रहेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि मानवता के साथ जीने के लिए देश से प्यार करना जरूरी है और हम अपने कार्यकर्ताओं को यही सीख देते हैं। RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि RSS का विस्तार देश के लिए है और लक्ष्य भारत को विश्वगुरु बनाना है ।
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