कानपुर । उत्तर प्रदेश में सरकार नारी सुरक्षा सुरक्षा के लिये तमाम दावे कर रही है लेकिन कानपुर पुलिस सरकार के दावों पर पानी फेर रही है । नाबालिग बालिका के यौन शोषण की रिपोर्ट लिखाने कर्नलगंज थाने पहुँचे चाईल्ड लाईन के लोगों ने कर्नलगंज पुलिस पर मुकदमा ना लिखने और अभद्रता करने क आरोप लगाया है ।
बाल यौन शोषण रोकने के लिये तमाम नियम कानून बनाये गये हैं लेकिन बाल यौन शोषण की घटनायें दिन प्रतिदिन प्रकाश में आती रहती हैं ।
15 वर्षीय बालिका कोमल (काल्पनिक नाम) के यौन शोषण का मामला प्रकाश में आया है जानकारी के अनुसार अनवरी बेगम नाम की महिला रिश्तेदार पीड़िता को 4 वर्षो से अपने घर में रखे हुये है । अनवरी बेगम के घर में रहने वाली महिला अनीसा के सहयोग से उसके नशेबाज लडके फुरकान द्वारा पीड़िता का लगातार यौन शोषण किया गया ।
चाईल्ड लाईन कार्यकर्ताओं द्वारा बालिका की काउन्सलिंग के दौरान ज्ञात हुआ कि उसके माता पिता की मृत्यु हो चुकी है और वह पिछले 4 बर्षों से अनवरी बेगम नाम की महिला रिश्तेदार के घर पर रहती है । अनवरी बेगम के घर में उसकी लड़की अनीसा भी उसी घर में रहती है जिसके सहयोग से फुरकान द्वारा पीड़िता के साथ यौन शोषण किया गया ।
चाईल्ड लाईन कानपुर के समन्वयक प्रतीक धवन ने बताया कि काउसंलर मंजुला तिवारी व टीम के सदस्य जय सिंह घंटों थाना कर्नगंज में रिपोर्ट लिखाने के लिये पुलिस से अनुरोध करते रहे लेकिन पुलिस द्वारा कोई भी कार्यवाही नही की गयी बल्कि उल्टा पीड़ित बालिका को बहला फुसलाकर व दवाब बनवाकर चाईल्ड लाईन कार्यकर्ताओं पर कार्यवाही करने के लिये दवाब बनाया गया।
चाईल्ड लाईन कानपुर के निदेशक कमलकांत तिवारी ने बताया कि सूचना के आधार पर ज्ञात हुआ है कि पीड़ित बालिका 5 माह की गर्भवती है और बालिका को घर में बंद करके रखा गया है।
उन्होने ने बताया कि उनके द्वारा पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को पत्र भेजकर उपरोक्त प्रकरण में बालिका के साथ हुये यौन शोषण करने वालों के खिलाफ पाॅक्सो अधिनियम 2012, किशोर न्याय (बालको की एवं सरंक्षण) अधिनियम 2015 व भारतीय दंड सहिंता की धाराओं में कार्यवाही किये जाने की माँग की है ।
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